मौजूदा गतिरोध के दरमियान, हम सब के लिए स्वस्थ जीवनशैली कायम रखना बहुत मुश्किल हो गया है। वित्तीय मामलों, बच्चों की देख-भाल, बुजुर्ग माता-पिता, नौकरी की सुरक्षा पर आए संकट आदि से जुड़ी अनिश्चितता और चिंताओं ने हमारी जीवनचर्या, जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य सभी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भविष्य की अनिश्चितता, अनवरत चल रही न्यूज कवरेज और सोशल मीडिया पर लगातार आते संदेशों की बाढ़ से हमारी चिंता का बढ़ जाना स्वभाविक है। ऐसी स्थितियों में तनाव होना सामान्य है। तनाव से हमारे सोने और खाने-पीने की आदत बदल जाती है, इससे चिड़चिड़ापन या भावनात्मक ज्वार आता है, मानसिक संबल घट जाता है और लोग शराब या दूसरी लत में पड़ने लगते हैं। अगर आप ऐसा कुछ महसूस कर रहे हैं तो मदद हासिल करने से हिचकिचाएं नहीं।* स्वस्थ जीवनशैली अपनाए रखना और अपनी पुरानी जीवनचर्या में लौट आना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
तनाव से निपटने और अपने मानसिक, शारीरिक व सामाजिक स्वास्थ्य को कायम रखने के कुछ नुस्खे-
*भारत – राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहांस) ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ साझेदारी में यह मानसिक-सामाजिक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 08046110007 शुरू किया है।